सर्वश्रेष्ठ वैश्विक प्रचलन बनी स्वास्थ्य मंत्रालय की इ-विन परियोजना
पांच देशों के अंतर्राष्ट्रीय शिष्टमंडल के सदस्यों ने यहां स्वास्थ्य एवं
परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव सी.के. मिश्रा से मुलाकात की। उन्होंने
स्वास्थ्य सचिव के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय की ई-विन (इलैक्ट्रोनिक वैक्सीन
इंटेलीजेंस नेटवर्क) परियोजना के वैश्विक सर्वश्रेष्ठ प्रचलन के बारे में
जानने के लिए तथा यह समझने के लिए कि किस प्रकार इसे देश में कार्यान्वित
किया जाता है और किस प्रकार वे इसे अपने देशों में अमल में लाएंगे, बातचीत
की।
इस परियोजना का अध्ययन करने के लिए फिलीपीन्स, इंडोनेशिया, बांग्लादेश,
नेपाल एवं थाईलैंड के प्रतिनिधि भारत की यात्रा पर हैं। बैठक के दौरान
यूएनडीपी के कंट्री डायरेक्टर श्री जैको सिलियर्स एवं यूएनडीपी के अपर
कंट्री डायरेक्टर डॉ राकेश कुमार भी उपस्थित थे। मिश्रा ने कहा कि मंत्रालय
उनकी क्षमताओं को मजबूत बनाने और उनके कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए
अन्य देशों के साथ सहयोग करने तथा उन्हें समर्थन देने के लिए तैयार है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार की डिजिटल इंडिया एवं मेक इन
इंडिया पहलों के लिए एक बडा प्रोत्साहन है। उन्होंने कहा कि प्रतिरक्षण के
क्षेत्र में यह एक मानदंड स्थापित करता है। शिष्टमंडल ने प्रतिरक्षण
परियोजनाओं के अपने देशों के अनुभव साझा किये तथा कहा कि भारत की यात्रा
उनके अपने देशों के कार्यक्रमों को मजबूत बनाने में सहायता करेगी। यूएनडीपी
के कंट्री डायरेक्टर जैको सिलियर्स ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ प्रचलनों एवं
नये ज्ञान के लिहाज से भारत में साझा करने के लिए बहुत कुछ है।
उन्होंने कहा कि ऐसी यात्रायें अन्य देशों को प्रतिरक्षण के क्षेत्र में
भारत के इन सर्वश्रेष्ठ प्रचलनों को सीखने और अपने खुद के कार्यक्रमों को
मजबूत बनाने का अवसर प्रदान करती हैं। यूएनडीपी के अपर कंट्री डायरेक्टर डॉ
राकेश कुमार ने कहा कि जहां देश में प्रतिरक्षण के कवरेज को बढ़ाने की
दिशा में कार्य किया जा रहा है, सही तापमान के रख-रखाव के जरिए टीकों की
गुणवत्ता बनाये रखना भी एक आवश्यक तत्व है। इ-विन इसे सुनिश्चित करने कि
दिशा में एक कदम है।
